Thursday, June 1, 2017

Lucknow Public Meeting: Democracy and People's lives लोक जीवन और लोकतंत्र



Democracy and People's lives

A Lecture by Dr Ravi Sinha

Time: 5.30 p.m. 4th June 2017
Jaishankar Prasad Sabhagar, Kaiserbagh, Lucknow

The world today witnesses rise of the rightwing at the global level which has generally remained on the margins after second world war. This rise is taking place through democratic routes only. Normally while discerning the menace of fascism which is unfolding before us via 'democratic' routes, the role of capital, finance, corporate houses, globalisation gets discussed but the role of 'people' and their 'lives' in this phenomenon get neglected. With this lecture, we intend to address this issue at the global level as well as in the context of India.


New Socialist Initiative (NSI) is organising this lecture. NSI - as you might be aware - is an ideological-political platform of the left which is committed to reorientation of revolutionary politics. Our attempt is to present a fresh critique of the present day capitalism, propose an outline of the new system which can provide an alternative to it and strengthen the attempts to fashion left politics in our times. No doubt, it can be accomplished by engaging in ideological preparations, internal debates - discussions along with social experiments and model building.


Dr Ravi Sinha, who is a leading member of NSI, is a well known Marxist intellectual and has been associated with the left movement for more than four decades. He is the principal author of the much-acclaimed book 'Globalisation of Capital - A New Modus Operandi of Global Capitalism' (1997) and has been a founding member of the Hindi journal Sandhan. Hundreds of his articles in English-Hindi have appeared in various publications 

You are cordially invited to join us for the programme and participate in the discussion.

New Socialist Initiative
Contact : 9565802785, 09868940920

लोक जीवन और लोकतंत्र
वक्ता: डा. रवि सिन्हा

समय : 5.30 बजे शाम, 4 जून 2017
जयशंकर प्रसाद सभागार, कैसरबाग, लखनऊ

दुनियाभर में दक्षिणपंथ का वो छोर उभार पर है जो द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के समय में प्रायः हाशिये पर रहा है। यह उभार लोकतंत्र के रास्ते ही हो रहा है। यूं तो ‘लोकतांत्रिक’ मार्ग से फासीवादी किस्म के खतरे के पैदा होने के पीछे पूंजी, वित्त, कॉर्पोरेट घराने, वैश्वीकरण इत्यादि की भूमिकाएं चर्चा में रहा करती हैं, लेकिन ‘लोक’ और ‘लोकजीवन’ की इस में क्या और कितनी भूमिका है- इस प्रश्न को अनदेखा कर दिया जाता है। प्रस्तुत परिचर्चा में इसी प्रश्न को विश्व के स्तर पर और भारत के संदर्भ में भी समझने का प्रयास होगा।

इस व्याख्यान का आयोजन न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव (New Socialist Initiative) की तरफ से किया जा रहा है। NSI वाम का विचारधारात्मक-राजनीतिक मंच है जो इन्कलाबी राजनीति के पुनर्दिशानिर्धारण ( Reorientation ) के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी कोशिश है कि मौजूदा पूंजीवाद की आलोचना नए सिरे से प्रस्तुत की जाए, पूंजीवाद का विकल्प बन सकने वाली नयी प्रणाली की रूपरेखा प्रस्तावित की जाए तथा आज के दौर में वाम राजनीति का खाका खींचने के प्रयास को मजबूती प्रदान की जाए। निश्चित तौर पर इस काम को सैद्धांतिक तैयारियों, आपसी बहस मुबाहिसों एवं सामाजिकप्रयोगों एव मॉडल्स के निर्माण के जरिए ही अंजाम दिया जा सकता है।

न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव के अग्रणी सदस्यों में शामिल रवि सिन्हा, जाने माने मार्क्सवादी विचारक है, और चार दशक से अधिक समय से वामपंथी आन्दोलन से जुड़े हैं । नब्बे के दशक में प्रकाशित चर्चित किताब ‘ग्लोबलाइजेशन आफ कैपिटल’ के लेखक रवि हिन्दी के विचारजगत की अहम पत्रिका संधान के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे हैं।

इस व्याख्यान में आप सादर आम़ंत्रित हैं ।

सुभाष गाताडे
संयोजक
न्यू सोशलिस्ट इनिशिएटिव
सम्पर्क : 09565802785, 09868940920

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